Aug. 23, 2023

भारत और श्रीलंका

भारत और श्रीलंका

चर्चा में क्यों ?

भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India) - भारत सरकार का एक प्राधिकरण है जिसका गठन भारत के प्रत्येक नागरिक को एक बहुउद्देश्यीय राष्ट्रीय पहचान पत्र उपलब्ध करवाने के लिए भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना के अन्तर्गत किया गया। भारत के प्रत्येक निवासियों को प्रारंभिक चरण में पहचान प्रदान करने एवं प्राथमिक तौर पर प्रभावशाली जनहित सेवाऐं उपलब्ध कराना इस परियोजना का प्रमुख उद्देश्य था।

 
  •  हाल ही में भारत के द्वारा विशिष्ट डिजिटल पहचान परियोजना के लिए 450 मिलियन से अधिक की धनराशि श्रीलंका को सौंपी गयी। 

प्रमुख बिंदु 

  • भारत अपनी 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति के तहत कर्ज में डूबे श्रीलंका की मदद के लिए भारत सैदेव सहायक की भूमिका में रहा है 
  • SL–UDI परियोजना श्रीलंका के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं रखती है। 
  • मछुआरों के मुद्दे का "स्थायी समाधान" भारत-श्रीलंका के सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है।
  • अनियंत्रित विदेशी कर्ज, कर कटौती से बजट घाटा बढ़ जाना, रासायनिक उर्वरक के आयात पर प्रतिबंध और श्रीलंकाई रुपये का अचानक उतार-चढ़ाव कुछ ऐसे करण हैं जिनके कारण श्रीलंका की अर्थव्यवस्था ढह गई।

श्रीलंका की स्थिति के कारण 

  • 1948 में स्वतंत्रता के बाद से श्रीलंका सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। श्रीलंका के सेंट्रल बैंक में अपर्याप्त विदेशी भंडार और अंतरराष्ट्रीय पूंजी बाजारों तक पहुंच की कमी के कारण इतिहास में पहली बार देश को कर्ज चुकाने में चूक का सामना करना पड़ा।
  • श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण विगत वर्ष बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश से भागना पड़ा और प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके आधिकारिक आवास पर धावा बोलने के साथ साथ देश में भोजन, ईंधन और अन्य आवश्यक चीजों की भारी कमी भी देखने को मिली।
  • कोविड-19 महामारी के कारण पर्यटन, जिसे देश की अर्थव्यवस्था का रीढ़ माना जाता है, का क्षेत्र  प्रभावित हुआ और विदेश में काम करने वाले नागरिकों से प्राप्त धन में भी गिरावट देखने को मिली, जिसके परिणामस्वरूप श्रीलंका वित्तीय संकट में फंस गया। 
  • यूक्रेन-रूस युद्ध से बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण आयात, विशेष रूप से ईंधन की कीमतो में तेजी आई। 
  • डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीलंका का कुल विदेशी ऋण 51 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। 

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