June 13, 2023

भारत-नेपाल संबंध

भारत-नेपाल संबंध

(IE-Between India and Nepal, barriers come down)

चर्चा में क्यों?

  • भारत और नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड की पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान राजमार्ग,हाई-वे और ट्रांस-वे के HIT फॉर्मूले के साथ कई परियोजनाओं की घोषणा की गयी।
  • लेकिन बिग ब्रदर की गतिशीलता, सीमा संवेदनशीलता और चीन पर संदेह अभी भी शक्ति संबंधों की योजना को बाधित करते हैं।

प्रमुख बिंदु 

  • दोनो देशों के बीच पारगमन की संधि के साथ पांच परियोजनाएं शुरू की गयीं और परियोजनाओं के लिए छह समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गये।
  • नेपाल में माओवादी आंदोलन और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता के रूप में, प्रचंड को मूल रूप से चीन के करीबी के रूप में देखा जाता था। 2008 में इन्होंने विदेश में बीजिंग की अपनी पहली यात्रा की। अभी अपनी परम्परा को तोड़ते हुए वे अपनी पहली विदेश यात्रा पर नई दिल्ली आए हैं।

भारत - नेपाल  संबंध 

  • भू-आबद्ध नेपाल के लिए, भारत (जो नेपाल को तीन तरफ से घेरे है) ने सामाजिक, धार्मिक और सामुदायिक आदान-प्रदान को सर्वोपरि रखा है, इसके साथ ही सीमा के दोनों ओर के शाही परिवारों के बीच अंतर-विवाह भी देखा जाता है।
  • भारत, नेपाल के आकार से 20 गुना अधिक है, फिर भी भारत सहित किसी भी देश ने 1770 किमी. लम्बी शांतिपूर्ण सीमा पर कब्जा करने का प्रयास नहीं किया है।
  • भारत और नेपाल की सीमा खुली है जिसके माध्यम से दोनों देशों के नागरिकों को राष्ट्रीय उपचार प्रदान किया जाता है।
  • नेपालियों को भारत में काम करने की अनुमति है और भारतीय रुपये नेपाल में स्वतंत्र रूप से उपयोग किए जाते हैं। वे एक-दूसरे के सेना प्रमुखों का सम्मान भी करते हैं और एक विशेष सैन्य संबंध रखते हैं।
  • भारत, नेपाल का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, FDI का उच्चतम स्रोत है और नेपाल को तीसरे देश के साथ व्यापार और लगभग 100% पेट्रोलियम आपूर्ति के लिए पारगमन प्रदान करता है और सऊदी अरब और मलेशिया के बाद आवक प्रेषण का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत है।

दोष-रेखाएं 

  1. भारत और नेपाल के बीच एक सीमा मुद्दा है- विशेष रूप से कालापानी और सुस्ता के क्षेत्रों पर। इन्हें हल करने हेतु 2014 में एक समझौते के बावजूद इस मुद्दे पर बमुश्किल मुलाकात की गयी।
  2. 2019 में भारत ने जम्मू और कश्मीर की रूपरेखा दिखाते हुए एक नया नक्शा प्रकाशित किया, जिस पर नेपाल द्वारा आपत्ति जताई गयी क्योंकि नेपाल द्वारा इन क्षेत्रों पर अपने दावों को दोहराया गया था।
  3. नेपाल ने 2020 में स्वयं के नक्शे को पारित कर उसे राष्ट्रीय प्रतीक, मुद्रा और एक संवैधानिक संशोधन में रखा।
  4. भारतीय नई संसद के उद्घाटन के बाद, लुम्बिनी सहित भारत का एक भित्ति चित्र विवाद बनकर उभरा।
  5. नेपाल ने लंबे समय से भारत और नेपाल के बीच 1950 की मैत्री संधि में संशोधन की माँग की है, जिसे नेपाल द्वारा असमान संधि के रूप में देखा जाता है, परंतु भारत विशेष रूप से एक प्रतिष्ठित की स्वीकृति पर्सन ग्रुप (EPG) की रिपोर्ट, जो संधि में बदलाव का सुझाव देती है, के पक्ष में नहीं है।
  6. हाल के वर्षों में, नेपाल ने चीन के साथ 8-सूत्रीय बुनियादी ढांचा समझौते पर हस्ताक्षर किए और 2019 में कई चीनी परियोजनाओं के साथ यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में शामिल हुआ है जिससे नेपाल के राजनीतिक क्षेत्र में चीन की उपस्थिति में वृद्धि हुई।
  7. भारत द्वारा कई परियोजनाओं और मौजूदा योजनाओं के साथ चीनी कंपनियों द्वारा निर्मित या वित्तपोषित जलविद्युत परियोजनाओं से बिजली खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
  8. जबकि दोनों पक्षों के रेल और सड़क संपर्क पर्याप्त हैं, परंतु हवाई संपर्क की कमी के कारण नेपाल अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा प्राप्ति हेतु भारत से जनकपुर, भैरहवा, नेपालगंज और महेंद्रनगर के माध्यम से हवाई पहुंच की अनुमति चाहता है,जो भारतीय अनुमति के बिना अव्यवहार्य हैं।