Dec. 1, 2022

30 november 2022

 

ग्रेट बैरियर रीफ

चर्चा में क्यों ?

हाल ही में यूनेस्को द्वारा ग्रेट बैरियर रीफ को समुद्र के गर्म होने और कृषि प्रदूषण के कारण लाल सूची की  "endangered" श्रेणी में रखने का प्रस्ताव रखा गया।

ग्रेट बैरियर रीफ के बारे में 

  • ग्रेट बैरियर रीफ, पृथ्वी पर सबसे बड़ी प्रवाल भित्ति है।
  • ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड तट पर स्थित, ग्रेट बैरियर रीफ के लगभग 4000 से अधिक कोरल रीफ सिस्टम में समुद्री कछुए, रीफ मछली, शार्क, हार्ड और सॉफ्ट कोरल और व्हेल जैसे समुद्री पौधों और जानवरों की प्रजातियाँ पायी जाती हैं।
  • इसे 1975 में ग्रेट बैरियर रीफ मरीन पार्क के निर्माण के साथ इसकी प्राकृतिक सुंदरता और जैविक विविधता के कारण 1981 में विश्व विरासत सूची में रखा गया था।

स्रोत- द हिन्दू 

विमान की वेट लीजिंग

चर्चा में क्यों ? 

हाल ही में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय हवाई यातायात को बढ़ावा देने के लिए इंडियन एयरलाइंस को एक वर्ष के लिए वेट लीज पर बड़े आकार के विमान लेने की अनुमति दी है।

 वेट लीजिंग क्या है ?

  • वेट लीज़िंग व्यवस्था के तहत, ऑपरेटिंग क्रू और इंजीनियरों के साथ, विमान को किराये पर दिया जाता है। मालिक इसके परिचालन की जिम्मेदारी लेता है जिसमें रखरखाव करना, बीमा प्राप्त करना और संचालन की अन्य कानूनी जिम्मेदारियां शामिल होती हैं।
  • नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा वेट लीज़ पर विमान के संचालन को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है क्योंकि चालक दल को अक्सर भारतीय अधिकारियों द्वारा अनुमोदित नहीं किया जाता है।
  • वेट लीजिंग एक अल्पकालिक व्यवस्था है जो ड्राई लीजिंग की तुलना में अधिक महँगी है। 

 

ड्राई लीजिंग क्या है?

  • ऑपरेटिंग क्रू और इंजीनियरों के बिना विमान को किराये पर दिया जाता है। इसमें  पट्टेदार आमतौर पर विमान के परिचालन नियंत्रण - जैसा कि, कानूनी जिम्मेदारी - का प्रयोग करता है।

 

स्रोत- इंडियन एक्सप्रेस 

फुजिवारा प्रभाव

चर्चा में क्यों ?

हाल ही में, टाइफून हिन्नामनॉर और गार्डो नामक दो उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के बीच फुजिवारा प्रभाव देखा गया। 

फुजिवारा प्रभाव के बारे में

  • जब एक ही समय में और एक ही महासागर क्षेत्र में विकसित होने वाले उष्णकटिबंधीय तूफानों के बीच दूरी कम हो, तब उनके केंद्रों के बीच किसी भी तरह की अंतः क्रिया फुजिवारा प्रभाव कहलाती है।
  • इनकी परस्पर अंतःक्रिया दोनों तूफान प्रणालियों की दिशा और तीव्रता में परिवर्तन हो सकता है। कभी- कभी, इन तूफान प्रणालियों का विलय भी हो सकता है और एक बड़े तूफान का निर्माण हो सकता है, खासकर जब वे समान आकार और तीव्रता के हों।
  • फुजिवारा प्रभाव की पहचान एक जापानी मौसम विज्ञानी सकुही फुजिवारा द्वारा की गई थी

उष्णकटिबंधीय चक्रवात

  • यह एक तीव्र वृत्ताकार तूफान है जो गर्म उष्णकटिबंधीय महासागरों में उत्पन्न होता है तथा कम वायुमंडलीय दबाव, तेज़ हवाएँ व भारी बारिश इसकी प्रमुख विशेषताएँ हैं।

स्रोत- द हिन्दू 

हिमालयी याक

चर्चा में क्यों ?

हाल ही में पशुपालन और डेयरी विभाग की एक सिफारिश के बाद, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा हिमालयी याक को एक खाद्य पशु के रूप में स्वीकार किया गया है।

हिमालयी  याक के बारे में -

  • याक भारतीय उपमहाद्वीप के हिमालयी क्षेत्र में पाए जाने वाले लंबे बालों वाले पालतू मवेशियों की एक प्रजाति है।
  • याक का पालन अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर में किया जाता है। 
  • 2019 की पशुधन गणना के अनुसार भारत में याक की कुल आबादी लगभग 58,000 है। इसमें वर्ष 2012 में आयोजित पिछली पशुधन गणना से लगभग 25% की गिरावट आई है।हिमालयी याक पारंपरिक रूप से एक ट्रांसह्युमेंस प्रणाली के तहत पाले जाते हैं।

हिमालयी याक का महत्व: 

  • याक ग्रामीण खानाबदोशों के लिए एक बहुआयामी सामाजिक-सांस्कृतिक-आर्थिकभूमिका निभाता है जो इसे मुख्य रूप से ऊँचे हिमालयी क्षेत्र में अन्य कृषि गतिविधियों की कमी के कारण अपने पोषण और आजीविका हेतु पालते हैं। 
  • युवा पीढ़ी को आकर्षित करने के लिए याक पालन को अधिक लाभकारी बनाने की आवश्यकता है क्योंकि याक का दूध और माँस पारंपरिक डेयरी और माँसउद्योग का हिस्सा नहीं है ,उनकी बिक्री स्थानीय उपभोक्ताओं तक ही सीमित है।

 

 

इसे एक खाद्य पशु के रूप में स्वीकार करने का महत्व:

  • इस वर्गीकरण से अधिक ऊंचाई वाले गोजातीय जानवरों की आबादी में गिरावट को रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है जो इसे पारंपरिक दूध और माँस उद्योग का हिस्सा बनाते हैं।

स्रोत- इंडियन एक्सप्रेस 

ब्लीथ ट्रैगोपैन

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में मणिपुर वन अधिकारियों के द्वारा बढ़ती शिकारी घटनाओं के कारण रैफल ड्रॉ पर पाबन्दी हेतु कठोर कानून बनाये जा रहे हैं।
  • साथ ही जंगली जानवरों के मृत पाए जाने के कारण और जीवित जानवरों पर 100 से लेकर 500 रुपए तक के रैफल ड्रॉ टिकट बेचने वाले "जुए के अड्डों" की जाँच की जा रही है ।

ब्लीथ ट्रैगोपैन

  • यह नागालैंड का राजकीय पक्षी है। 
  • इसे ग्रे-बेल्ड ट्रैगोपैन भी कहा जाता है।
  • यह भूटान,पूर्वोत्तर भारत, उत्तरी म्यांमार, दक्षिण-पूर्वी तिब्बत और चीन में पाया जाता है।
  • IUCN द्वारा इसे सुभेद्य वर्ग में सूचीबद्ध किया गया है। 
  • CITES ने इसे परिशिष्ट I में शामिल किया है।
  • यह प्रजाति उन सभी देशों में कानूनी रूप से संरक्षित है जिनमें यह पाया जाता है।