Jan. 9, 2023

09 january 2023

 

जोशीमठ आपदा

चर्चा में क्यों ?

  • उत्तराखंड के पवित्र शहर जोशीमठ में हुए नुकसान के लिए NTPC की तपोवन-विष्णुगढ़ बिजली परियोजना को दोषी ठहराया  जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप PMO ने डूबते जोशीमठ शहर की स्थिति की समीक्षा की।

जोशीमठ के बारे में 

  • यह उतराखंड के चमोली जिले में स्थित है। 
  • जोशीमठ, हिमालय का तीर्थ नगर है जहाँ निवासी अपनी दुर्दशा के लिए प्रमुख रूप से बिजली और सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को दोष दे रहे हैं। 
  • निवासियों ने राष्ट्रीय थर्मल पावर कॉरपोरेशन (NTPC) के  तपोवन-विष्णुगढ़ प्रोजेक्ट को दोषी ठहराया है। 
  • जोशीमठ को भूस्खलन-अवतलन क्षेत्र घोषित किया गया क्योंकि  लगभग 350 मीटर की चौड़ाई वाली भूमि की एक पट्टी प्रभावित हुई।
  • जोशीमठ, जिसे बद्रीनाथ मंदिर का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है, में दरारें केवल घरों और इमारतों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि  ट्रेकिंग मार्गों पर सड़कों और चट्टानों में भी फ्रैक्चर दिखाई देने लगे हैं।

भूस्खलन:

  • भूस्खलन को सामान्य रूप से शैल, मलबा या ढाल से गिरने वाली मिट्टी के बृहत संचलन के रूप में परिभाषित किया जाता है।
  • यह एक प्रकार का वृहद् पैमाने पर अपक्षय है, जिसमें गुरुत्वाकर्षण के प्रत्यक्ष प्रभाव में मिट्टी और चट्टान समूह खिसककर ढाल से नीचे गिरते हैं।
  • भूस्खलन शब्द में ढलान संचलन के पाँच तरीके शामिल हैं: गिरना (Fall), लटकना (Topple), फिसलना (Slide), फैलाना (Spread) और प्रवाह (Flow)।

SC ने UP नगर निकाय चुनाव पर इलाहाबाद HC के निर्देश पर लगाई रोक

चर्चा में क्यों ?

  • SC ने OBC कोटे के बिना UP नगर निकाय चुनाव कराने के इलाहाबाद HC के निर्देश पर रोक लगाई है क्योंकि राज्य सरकार ने इस तरह के आरक्षण के लिए शीर्ष अदालत द्वारा निर्धारित ट्रिपल टेस्ट की आवश्यकता को पूरा नहीं किया है। 
  • उत्तर प्रदेश सरकार ने "ट्रिपल टेस्ट" के आधार पर OBC को आरक्षण का लाभ प्रदान करने के लिए एक सर्वेक्षण के तहत 5  सदस्यीय एक आयोग का गठन न्यायमूर्ति राम अवतार सिंह (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में किया था। आयोग का कार्यकाल छह महीने का है। 
  • HC का निर्णय OBC के लिए आरक्षण की संवैधानिक और वैधानिक आवश्यकताओं का उल्लंघन होगा"।

 क्या है ट्रिपल टेस्ट सर्वे?

  • राज्य के भीतर स्थानीय निकायों में पिछड़ेपन की प्रकृति और प्रभावों की समकालीन कठोर अनुभवजन्य जाँच करने के लिए एक समर्पित आयोग की स्थापना करना।
  • आयोग की सिफारिशों के आलोक में स्थानीय निकायवार प्रावधान किए जाने के लिए आवश्यक आरक्षण के अनुपात को निर्दिष्ट करना।
  • किसी भी मामले में ऐसा आरक्षण अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कुल सीटों के 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा।
  • संविधान का भाग IX(A)- भारतीय संविधान का भाग IX-A नगरपालिकाओं से संबंधित है। इसे भारतीय संविधान के 74वें संशोधन अधिनियम द्वारा जोड़ा गया था। 74वें संशोधन अधिनियम को 1992 में पेश किया गया था।
  • न्यायिक प्रणाली की भारतीय योजना में, उच्च न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय के अधीन काम करता है। राज्य में न्यायपालिका में एक उच्च न्यायालय और अधीनस्थ न्यायालयों का एक पदानुक्रम होता है। उच्च न्यायालय की संस्था भारत में 1862 में प्रचलन में आयी जब बॉम्बे, कलकत्ता और मद्रास में उच्च न्यायालयों की स्थापना की गई।
  • भारत का संविधान प्रत्येक राज्य के लिए एक उच्च न्यायालय की व्यवस्था करता है। हालाँकि, संसद दो या दो से अधिक राज्यों के लिए एक सामान्य उच्च न्यायालय घोषित करने के लिए अधिकृत है। 

आतंक पर सरकार की कार्रवाई

चर्चा में क्यों ? 

  • हाल ही में सरकार ने एक सप्ताह से भी कम समय में 2 समूहों पर प्रतिबंध, 4 व्यक्तियों को आतंकवादी घोषित किया है।
  • सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद पर कार्रवाई करते हुए केंद्र ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के दो छद्म संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

प्रमुख बिंदु 

केंद्र सरकार ने आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई है। गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना के तहत घोषित आतंकवादी -

1.एजाज अहमद अहंगर उर्फ ​​अबू उस्मान अल-कश्मीरी- यह कश्मीर में पैदा हुआ, इसका अल-कायदा और अन्य वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ संपर्क है जो एक बार फिर आतंकी घटनाओं को नया रूप देने में लगा हुआ है।

  • एजाज अहमद, वर्तमान में अफगानिस्तान में स्थित है, जो इस्लामिक स्टेट जम्मू और कश्मीर (ISJK) के प्रमुख भर्तीकर्ताओं में से एक है। एजाज अहमद, जो 1974 में श्रीनगर में पैदा हुआ था, जम्मू और कश्मीर में दो दशकों से अधिक समय से वांछित आतंकवादी है और उसने विभिन्न आतंकवादी समूहों के बीच समन्वय चैनलों का निर्माण करके केंद्र शासित प्रदेश में आतंक से संबंधित रणनीतियों की योजना बनाना शुरू कर दिया है। उसे भारत के लिए इस्लामिक स्टेट (IS)भर्ती सेल का प्रमुख नियुक्त किया गया था और एक ऑनलाइन भारत-केंद्रित ISIS प्रचार पत्रिका शुरू करने में उसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 

2.मोहम्मद अमीन खुबैब उर्फ अबू खुबैब-  इसे व्यक्तिगत आतंकवादी  नामित किया गया, यह भी जम्मू-कश्मीर से संबंधित है, लेकिन वर्तमान में पाकिस्तान में रहता है। यह लश्कर के लॉन्चिंग कमांडर के रूप में कार्य कर रहा है और उसने सीमा पार एजेंसियों के साथ गहरा संबंध विकसित किया है तथा जम्मू में लश्कर की आतंकवादी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने और तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह सीमा पार से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय, हथियारों विस्फोटकों की आपूर्ति, आतंक के वित्तपोषण में शामिल रहा है।

3.अरबाज़ अहमद  मीर-  यह  जम्मू और कश्मीर से है, लेकिन वर्तमान में पाकिस्तान में रहता है और प्रतिबंधित आतंकवादी समूह लश्कर के लिए काम कर रहा है, जो एक व्यक्तिगत आतंकवादी समूह है। अरबाज़ अहमद टारगेट किलिंग में शामिल रहा है और कुछ महीने पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में एक शिक्षिका रजनी बाला की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता बनकर उभरा है।

4. आसिफ मकबूल डार – यह सऊदी अरब में रहता है जिसे कश्मीरी युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रभावित करने में शामिल एक प्रमुख कट्टरपंथी तथा एक व्यक्तिगत आतंकवादी के रूप में घोषित किया गया।

  • यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके कश्मीर घाटी के युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों के लिए भड़काने में शामिल है।
  • यह प्रतिबंधित आतंकी समूह हिज्ब-उल-मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ है। जम्मू-कश्मीर और नई दिल्ली सहित भारत के प्रमुख शहरों में सीमा पार स्थित आकाओं के निर्देश पर आतंकवादी संगठन के कैडरों द्वारा रची गई साजिश से संबंधित राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा जांच किए गए एक मामले में आरोपी है। 
  • प्रतिबंधित संगठन- पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा -द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) और जैश-ए-मोहम्मद ।

 

क्या भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा?

चर्चा में क्यों ?

  • हालिया NSO डेटा, वर्ष की दूसरी छमाही में निजी खपत में कमी आने की संभावना व्यक्त कर रहा है।

प्रमुख बिंदु 

  • राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा राष्ट्रीय आय के पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7 % की दर से बढ़ने की उम्मीद जताई है। जो RBI आकलन से थोड़ा अधिक है। 
  • केंद्रीय बैंक ने विकास दर के अनुमान को घटाकर 6.8 % कर दिया था।
  • वित्तीय वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में अर्थव्यवस्था में 9.7 % की वृद्धि के आधार पर, नवीनतम अनुमान का तात्पर्य है कि वर्ष की दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) में विकास दर घटकर 4.5 प्रतिशत रहने की संभावना है। जिसका प्रमुख कारण बेस इफेक्ट कम होना है। 
  • परन्तु वित्तीय वर्ष के विकास के अनुमान के अनुसार भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।

चिंताएं 

  • वर्ष की दूसरी छमाही में निजी खपत में कमी आने की संभावना है। जबकि संकुचन की गति मामूली रहने की उम्मीद है, खर्च में कमी या तो दबी हुई मांग की शिथिलता या सख्त मौद्रिक नीति के पिछड़े प्रभाव के कारण हो सकती है। दो,
  • वर्ष की दूसरी छमाही में निर्यात लगभग 12 % बढ़ने की संभावना है। यह हाल के आँकड़ों से भिन्न है जो दर्शाता है कि निर्यात वृद्धि वास्तव में काफी धीमी हो गई है जिससे उन्नत अर्थव्यवस्थाएँ दबाव में आ गई हैं।
  • दूसरी छमाही में कृषि विकास के धीमा होने की उम्मीद है। कुछ विश्लेषकों के अनुसार यह स्वस्थ बुवाई दर और जलाशय के स्तर के अनुरूप नहीं है।
  • विनिर्माण क्षेत्र, जो वर्ष की पहली छमाही में लगभग सपाट था, में दूसरी छमाही में तेजी आने की उम्मीद है। जिस कारण इसका समाधान करना मुश्किल है क्योंकि घरेलू मांग और निर्यात दोनों के कमजोर रहने की संभावना है, जो बदले में औद्योगिक उत्पादन को प्रभावित करेगा। 
  • सार्वजनिक प्रशासन, रक्षा और अन्य सेवाएं, जो बड़े पैमाने पर सरकारी खर्च को दर्शाती हैं, के दूसरी छमाही में कमोबेश स्थिर रहने की उम्मीद है।परन्तु इस अवधि के दौरान सरकारी उपभोग व्यय 7.2 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया गया है।

'सिर्फ इसलिए कि आपके पास एक विकल्प है, इसका यह अर्थ कदापि नहीं है कि उनमें से किसी को भी ठीक होना ही होगा'

चर्चा में क्यों ?

  • यह वाक्य नॉर्टन जस्टर के बच्चों के उपन्यास‘द फैंटम टोलबूथ (1961) से लिया गया है जो निर्णय लेने की दुविधाओं के बारे में सवाल उठाता है। इसे 2022 के UPSC –CSE निबंध के प्रश्न-पत्र में भी जगह मिली है।

उपन्यास

  • द फैंटम टोलबूथ गलतियाँ करने और उनसे सीखने, विभिन्न दृष्टिकोणों को देखने तथा नए विचारों के लिए खुले रहने पर एक नैतिक सबक प्रदान करता है।
  • 'नैतिक ब्रह्मांड का चाप लंबा है, लेकिन यह न्याय की ओर झुकता है'
  • लुईस कैरोल-एस्क फैशन में लिखा गया यह  जस्टर का उपन्यास शब्दों और संख्याओं को उनके सिर पर घुमाता है,जिस तरह से जब बच्चे अक्सर पहली बार भाषाई या गणितीय अवधारणाओं का सामना करते हैं।