Jan. 13, 2023

13 january 2023

अल्पसंख्यकों की अधिसूचना

चर्चा में क्यों?

  • हाल ही में मुसलमानों, सिखों, ईसाइयों, बौद्धों, जैनियों और पारसियों को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NCM) अधिनियम, 1992 की धारा- 2(c) के तहत अल्पसंख्यक समुदायों के रूप में अधिसूचित किया गया है।

दिल्ली सरकार

  • दिल्ली सरकार ने सुझाव दिया है कि केंद्र, केवल उन हिंदुओं को " प्रवासी  अल्पसंख्यक" का दर्जा दे सकता है जो जम्मू-कश्मीर या लद्दाख जैसी जगहों से राष्ट्रीय राजधानी में आए हैं जहाँ वे धार्मिक अल्पसंख्यक थे।
  • दिल्ली सरकार का सुझाव, 24 राज्यों से केंद्र द्वारा एकत्र किए गए उन विचारों के संकलन का हिस्सा है, कि क्या धार्मिक और भाषायी अल्पसंख्यक समुदायों को केंद्र या संबंधित राज्यों द्वारा पहचाना और अधिसूचित किया जाना चाहिए?
  • केंद्र सरकार हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए 'प्रवासी अल्पसंख्यक' का दर्जा घोषित कर सकती है, जो अपने मूल राज्य (यानी, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख आदि) में धार्मिक अल्पसंख्यक हैं और अपने गृह राज्य से पलायन के बाद दिल्ली में रह रहे हैं।
  • जनगणना- 2011 के अनुसार, देश में अल्पसंख्यकों का प्रतिशत देश की कुल जनसंख्या का लगभग 19.3 प्रतिशत है। मुसलमानों की आबादी 14.2%; ईसाई की 2.3%; सिख की 1.7%, बौद्ध की 0.7%, जैन की 0.4% और पारसी की 0.006% है ।
  • मुसलमानों, सिखों, ईसाईयों, बौद्धों, जैनियों और पारसियों को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NCM) अधिनियम, 1992 की धारा- 2(c) के तहत अल्पसंख्यक समुदायों के रूप में अधिसूचित किया गया है।
  • दिल्ली के अलावा तमिलनाडु , पश्चिम बंगाल , आंध्र प्रदेश , असम  , पंजाब , गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्य भी अल्पसंख्यक समुदाय को अधिसूचित करने के पक्ष में है।

स्रोत- द हिन्दू  

स्वामी विवेकानंद की जयंती

चर्चा में क्यों ?

  • स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

राष्ट्रीय युवा दिवस

  • 1984 में, भारत सरकार ने पहली बार स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की।
  • वर्ष 2023 का विषय-  2023 में विकसित युवा ही विकसित भारत की थीम है अर्थात् यदि भारत का युवा विकास के पथ पर सहयोग करे, तो ही भारत का विकास हो सकता है। 

स्वामी विवेकानंद के बारे में

  • जन्म: 12 जनवरी, 1863 को कलकत्ता में। 
  • मूल नाम- नरेंद्रनाथ दत्त।
  • गुरु - रामकृष्ण परमहंस। 
  • साहित्यिक कार्य:
  • राज योग
  • ज्ञान योग
  • कर्म योग
  • मृत्यु: उन्होंने 4 जुलाई, 1902 को महासमाधि प्राप्त की।

योगदान और महत्व

  • ये भारत के सबसे महान आध्यात्मिक नेताओं में से एक थे और उन्होंने भारत के युवाओं को बेहतर बनने, पवित्रता का जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने उन्हें "आधुनिक भारत का निर्माता" कहा था।
  • उन्होंने पश्चिमी देशो में योग और वेदांत के दर्शन से परिचित कराने में अहम भूमिका निभाई।
  • योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है जिसकी उत्पत्ति भारत में मानी जाती है ।
  • ‘योग' शब्द संस्कृत से लिया गया है और इसका अर्थ है जुड़ना या एकजुट होना, यह शरीर और चेतना के मिलन का प्रतीक माना जाता है ।
  • उन्होंने 'नव-वेदांत' का प्रचार किया, जो हिंदू धर्म की ही व्याख्या है और यह आध्यात्मिकता को भौतिक प्रगति के साथ जोड़ने में विश्वास करता है।
  • विवेकानंद द्वारा 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में दिए गए भाषण ने उन्हें विश्व प्रसिद्धि दिलाई।
  • उन्होंने 1897 में रामकृष्ण मिशन का गठन किया। जिसका उद्देश्य गतिमान मशीनरी को स्थापित करना था, ताकि गरीब और निचले तबके की समस्याओं को उजागर कर उनका समाधान किया जा सके।
  • उन्होंने पूरे भारत के दौरे के दौरान जनता को उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ-साथ आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया।
  • उन्होंने आत्मा की आंतरिक शुद्धता और एकता के आधार पर नैतिकता का एक नया सिद्धांत दिया। उनके अनुसार, नैतिकता एक आचार संहिता है जो एक व्यक्ति को एक अच्छा नागरिक बनने में मदद करती है।
  • उन्होंने अस्तित्व की वेदांतिक एकता की आध्यात्मिक नींव पर शांति और मानव भाईचारे को बढ़ावा देने का प्रयास किया।
  • उन्होंने भारत के नवनिर्माण के लिए शिक्षा पर सर्वाधिक बल दिया और चरित्र निर्माण शिक्षा की वकालत की।
  • उनके अनुसार, एक राष्ट्र उसी अनुपात में उन्नत होता है, जिस अनुपात में जनता में शिक्षा का प्रसार होता है।
  • वह महिलाओं और निचली जातियों के बीच शिक्षा का प्रसार करने के लिए दृढ़ थे।

स्रोत- द हिन्दू  

NOTAM (नोटिस टू एयर मिशन) प्रणाली

चर्चा में क्यों ? 

  • हाल ही में, NOTAM (नोटिस टू एयर मिशन) प्रणाली अमेरिकी उड़ानों को बाधित करने में विफल रही।

NOTAM के बारे में

  • यह एक प्रकार का नोटिस होता है जिसमें उड़ान संचालन से संबंधित कर्मियों के लिए आवश्यक जानकारी होती है।
  • यह राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र प्रणाली (NAS) के एक घटक की असामान्य स्थिति बताता है ।
  • यह NAS में किसी भी सुविधा, सेवा, प्रक्रिया या खतरे की स्थिति या परिवर्तन से संबंधित है।
  • संचार को अधिक कुशल बनाने के लिए इसकी एक अनूठी भाषा है।

स्रोत- इंडियन एक्सप्रेस 

 

सूर्य द्वारा संचालित रिएक्टर

चर्चा में क्यों ? 

  • हाल ही में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (UK) के शोधकर्त्ताओं द्वारा एक नवीन तकनीक विकसित की गयी जिसके द्वारा केवल सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके प्लास्टिक कचरे (PET) और ग्रीनहाउस गैसों को स्थायी ईंधन और अन्य मूल्यवान उत्पादों में बदल सकते हैं। 

प्रमुख बिंदु 

  • शोधकर्त्ताओं द्वारा 2 अलग-अलग डिब्बों के साथ एक एकीकृत रिएक्टर विकसित किया गया - एक प्लास्टिक के लिए और दूसरा ग्रीनहाउस गैसों के लिए।
  • रिएक्टर पर्कोव्साइट पर आधारित एक प्रकाश अवशोषक का उपयोग करता है ,जो अगली पीढ़ी के सौर सेलों के लिए सिलिकॉन का एक आशाजनक विकल्प है।
  • "आम तौर पर, CO2 रूपांतरण के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, लेकिन इस प्रणाली के साथ, मूल रूप से आप बस उस पर प्रकाश डालते हैं और यह हानिकारक उत्पादों को कुछ उपयोगी और टिकाऊ पदार्थों में परिवर्तित करना शुरू कर देता है"।
  • सामान्य तापमान और दबाव की स्थिति में रिएक्टर के परीक्षणों से पता चला कि रिएक्टर ग्लाइकोलिक एसिड के अलावा पॉलीइथाइलीन टेरेफ्थेलेट (PET) प्लास्टिक की बोतलों और CO2 को CO, सिनगैस या फॉर्मेट जैसे विभिन्न कार्बन-आधारित ईंधन में कुशलतापूर्वक परिवर्तित कर सकता है।
  • पॉलीथीन टेरेफ्थेलेट (PET) प्लास्टिक के बारे में
  • यह एक थर्माप्लास्टिक सिंथेटिक पदार्थ है जो गर्म होने पर स्वास्थ्य के लिए खतरा माना जाता है। 
  • यह एथिलीन ग्लाइकॉल और टेरेफ्थेलिक एसिड का संघनित बहुलक है।

स्रोत- डाउन टू अर्थ  

 

विस्कोस (Viscose) फाइबर

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में ,एसोसिएशन ऑफ मैन-मेड फाइबर इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (AMFII) द्वारा केंद्रीय वित्त मंत्रालय से आयात पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी (ADD) लगाने पर अपील की गयी है। 

विस्कोस फाइबर के बारे में 

  • यह मूल रूप से कृत्रिम रेशम के रूप में जाना जाता है।
  • विस्कोस, एक श्यान कार्बनिक तरल है, जिसका प्रयोग रेयान और सेलोफेन आदि को बनाने में किया जाता है
  • विस्कोस को अक्सर रेयान का पर्याय माना जाता है जो एक मुलायम तंतु है और सामान्यतः कमीजें, शॉर्ट्स, कोट, जैकेट, जैसे बाहरी वस्त्र बनाने में प्रयुक्त होता है।

 

  • विस्कोस पेड़ की लकड़ी के गूदे से बनाया जाता है, जैसे- बीच, पाइन और नीलगिरी, लेकिन इसे बांस से भी बनाया जा सकता है।
  • यह न तो वास्तव में प्राकृतिक (जैसे- कपास, ऊन या रेशम) है और न ही वास्तव में सिंथेटिक (नायलॉन या पॉलिएस्टर की तरह)  है , बल्कि यह दोनों के बीच  का रूप है।
  • रासायनिक रूप से, विस्कोस कपास जैसा दिखता है, लेकिन इसके निर्माण के तरीके के आधार पर इसमें कई अलग-अलग गुण भी हो सकते हैं।
  • यह बहुमुखी, अत्यधिक शोषक और सस्ता फाइबर है।

स्रोत- द हिन्दू