Dec. 7, 2022

नेपाल की राजनीति में नया चेहरा: परिवर्तन का दौर

प्रश्न पत्र- 2 (अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध)

स्रोत-  द हिन्दू 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में, नेपाल में 2015 के नेपाल संविधान की घोषणा के बाद दूसरा आम चुनाव संपन्न हुआ।

प्रमुख बिंदु

  • नेपाल के इतिहास में यह भी पहली बार था कि किसी संसद ने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था, भले ही विधायी गतिविधियां बमुश्किल 18 महीने ही चलीं।
  • नेपाल कांग्रेस (NC), हाल ही में संपन्न नवंबर के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (CPN-UML) दूसरे स्थान पर रही ।

भारत- नेपाल संबंध

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि : 

  • भारत और नेपाल, सदियों पुराने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों, खुली सीमाओं और जन साधारण के सहज संपर्क की विशेषता वाले घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों को साझा करते हैं।
  • दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों को पिछले कुछ वर्षों में तीव्र उच्च-स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान और द्विपक्षीय तंत्रों की नियमित बैठकों के माध्यम से नई गति दी गई है।
  • नियमित दौरे: सरकार की 'पड़ोसी पहले' नीति के अनुरूप, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से चार बार नेपाल का दौरा किया है और इसी तरह नेपाली प्रधानमंत्रियों ने भारत की नियमित यात्रा की है।

आपदा प्रबंधन: ऑपरेशन मैत्री और भूकंप के बाद पुनर्निर्माण सहायता:

  • नेपाल में 2015 में आए भूकंप के दौरान सर्वप्रथम पहल करते हुए नेपाल में अपना सबसे बड़ा आपदा राहत अभियान ऑपरेशन मैत्री चलाया । भारत ने आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक विरासत आदि क्षेत्रों में भूकंप के बाद के पुनर्निर्माण के लिए अपनी दीर्घकालिक सहायता के हिस्से के रूप में नेपाल को 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुदान दिया।
  • विकास भागीदारी: भारत सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, ग्रामीण बुनियादी ढाँचे के प्रमुख क्षेत्रों एवं कनेक्टिविटी परियोजनाओं के साथ-साथ छोटी विकास तथा उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए नेपाल को पर्याप्त वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करती है।
  • उदाहरण के लिए, भारत, जयनगर-बरदीबास और जोगबनी-बिराटनगर जैसे दो ब्रॉड गेज क्रॉस-बॉर्डर रेलवे लिंक के निर्माण के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान कर रहा है। साथ ही दोनों देशों ने भारत-नेपाल रेल सेवा समझौते (RSA) के लिए एक लेटर ऑफ एक्सचेंज (LoE) पर हस्ताक्षर किए।
  • जल संसाधनों में सहयोग: जल संसाधनों में सहयोग, मुख्य रूप से साझी नदियों से संबंधित सहयोग का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। जल संसाधनों, बाढ़ प्रबंधन में सहयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 2008 में त्रि-स्तरीय द्विपक्षीय तंत्र स्थापित किया गया है।
  • विद्युत सहयोग: भारत और नेपाल के बीच विद्युत क्षेत्र में मजबूत सहयोग सम्बन्ध स्थापित हैं। तीन क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसमिशन लाइनें हाल ही में भारत सरकार की सहायता से पूरी की गईं- 400 kv मुजफ्फरपुर-ढलकेबार लाइन; 132 kv  कटैया-कुसहा और रक्सौल-परवानीपुर लाइन।
  • रक्षा और सुरक्षा सहयोग: भारत और नेपाल के बीच रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में दीर्घकालिक और व्यापक पारस्परिक लाभकारी सहयोग सम्बन्ध हैं। ऐतिहासिक रूप से, दोनों सेनाओं ने एक उत्कृष्ट और सामंजस्यपूर्ण संबंध साझा किया है, और 1950 से, भारत और नेपाल एक- दूसरे के सेना प्रमुख को जनरल की मानद रैंक प्रदान करते आ रहे हैं।
  • व्यापार और आर्थिक संबंध: वित्त वर्ष 2019-20 में द्विपक्षीय व्यापार 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार करने के साथ भारत, नेपाल का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार बना हुआ है। भारत, नेपाल को अन्य देशों के साथ व्यापार के लिए पारगमन प्रदान करता है। पिछले 10 वर्षों में नेपाल को भारत का निर्यात 8 गुना से अधिक हो गया है जबकि नेपाल का निर्यात लगभग दोगुना हो गया है।
  • शैक्षिक और लोगों से लोगों का आदान-प्रदान: भारत और नेपाल एक-दूसरे के नागरिकों के लिए अपने संबंधित क्षेत्रों में वीजा मुक्त प्रवेश की सुविधा प्रदान करते हैं। लगभग आठ (8) मिलियन नेपाली नागरिक भारत में रहते हैं और काम करते हैं तथा लगभग 6,00,000 भारतीय, नेपाल में रहते हैं।
  • सांस्कृतिक आदान-प्रदान: सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगोष्ठी और नेपाल के विभिन्न स्थानीय निकायों के साथ साझेदारी में आयोजित कार्यक्रम के साथ- साथ हिंदी और संस्कृत में सम्मेलन और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं।
  • कोविड सहायता: कोविड महामारी के दौरान, भारत ने कोविड-19 की पहली लहर में अनुदान के रूप में  नेपाल को 23 टन से अधिक दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित की।

भारत एवं नेपाल के बीच मौजूदा मुद्दे 

  • नेपाल में भारत के निहित हितों को 2015 में तब झटका लगा, जब मधेसियों और कुछ अन्य जातीय समूहों द्वारा नए पारित नेपाली संविधान में उनके हितों को नजरंदाज करने के  बाद सीमाओं पर नाकाबंदी शुरू हो गई।
  • इस नाकाबंदी में नेपाल ने भारत पर मधेसियों की मदद करने का आरोप लगाया तथा कहा कि भारत ने भूमि से घिरे देश में मानवीय संकट पैदा कर दिया, जो पहले से ही एक शक्तिशाली भूकंप के प्रभाव से जूझ रहा था।
  • कालापानी विवाद: यह क्षेत्र भारत के नियंत्रण में है, लेकिन नेपाल ऐतिहासिक और कार्टोग्राफिक कारणों से इस क्षेत्र पर अपना दावा करता है। यह क्षेत्र नेपाल और भारत के बीच सबसे बड़ा क्षेत्रीय विवाद है जिसमें उच्च हिमालय में कम से कम 37,000 हेक्टेयर भूमि शामिल है।

हाल के चुनावों पर प्रभाव:

  • युवा नेपालियों की नई पीढ़ी भारत से परे एक दुनिया देखती है। वे दुनिया के विभिन्न हिस्सों से डिजिटल रूप से जुड़े हुए हैं, उनके लिए भारत सिर्फ एक अन्य देश है।

निष्कर्ष 

  • लोगों के नए समूह को समझने के लिए अधिक सम्पर्क की आवश्यकता होगी । विचारों और लोगों के आदान-प्रदान के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाना और संबंध निर्माण में अगले कदमों के लिए मंच तैयार करना भी महत्वपूर्ण होगा।
  •  भारत और शेष अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को नेपाल के प्रति अपनी कूटनीति में बदलाव करना होगा।

 

मुख्य परीक्षा प्रश्न

प्रश्न- नेपाल की आंतरिक राजनीतिक प्रक्रियाएं भारत के रणनीतिक हितों के लिए महत्वपूर्ण हैं। टिप्पणी कीजिए।