
Dec. 13, 2022
12 december 2022
महाकवि सुब्रमण्यम भरथियार
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने महाकवि सुब्रमण्यम भरथियार की प्रतिमा का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- महाकवि सुब्रमण्यम भरथियार एक तमिल लेखक, कवि, पत्रकार, भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्त्ता, समाज सुधारक और बहुभाषाविद थे।
- काव्य साहित्य में उनकी उत्कृष्टता के लिए उन्हें "भारती" शीर्षक दिया गया।
- भरथियार ने महिलाओं की मुक्ति के लिए संघर्ष किया तथा बाल विवाह के खिलाफ एवं जाति व्यवस्था का घोर विरोध किया।
- सिस्टर निवेदिता ने भरथियार को महिलाओं के विशेषाधिकारों को मान्यता देने हेतु संघर्ष प्रारंभ करने के लिए प्रेरित किया।
साहित्यिक कार्य:
- भरथियार ने 1904 में एक तमिल दैनिक समाचार-पत्र ‘स्वदेशमित्रम’ के सहायक संपादक के रूप में कार्य किया।
- 1907 में, उन्होंने एम.पी.टी.आचार्य के साथ तमिल साप्ताहिक ‘भारत’ और अंग्रेजी समाचार पत्र ‘बाला भारतम’ का संपादन शुरू किया।
- उन्होंने आर्य जर्नल में अरबिंदो और बाद में पांडिचेरी में कर्म योगी की सहायता की।
- उन्होंने अपनी तीन महान कृतियों- कुयिल पट्टू, पांचाली शब्दम और कन्नन पट्टू की रचना 1912 के दौरान की।
- उन्होंने वैदिक भजनों, पतंजलि के योग सूत्र और भगवत गीता का तमिल में अनुवाद भी किया।
स्रोत- ऑल इंडिया रेडियो
G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप (DWG)
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में G-20 डेवलपमेंट वर्किंग ग्रुप (DWG) की 4-दिवसीय बैठक 13 दिसंबर, 2022 से भारत की अध्यक्षता में मुंबई में शुरू होगी।
प्रमुख बिंदु
- G-20 विकास कार्य समूह की बैठकों का उद्देश्य विकासशील देशों, अल्पविकसित देशों और द्वीपीय देशों में विकासात्मक मुद्दों पर चर्चा करना है।
- यह G-20 सदस्य देशों के लिए एक साथ लाने और बहुपक्षवाद को प्राथमिकता देने, विकास को बढ़ावा देने वाले समाधानों को साझा करने, विकास योजनाओं को फिर से तैयार करने और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक मंच है।
- इन बैठकों में डेटा फॉर डेवलपमेंट, 2030 एजेंडा को आगे बढ़ाने में G-20 की भूमिका, हरित विकास में नए जीवन को शामिल करने और सतत विकास लक्ष्यों पर त्वरित प्रगति पर सत्र आयोजित किए जाते हैं।
G-20 वित्त और केंद्रीय बैंक के प्रतिनिधि (FCBD) की बैठक:
- G-20 वित्त और सेंट्रल बैंक डेप्युटी (FCBD) की पहली बैठक 12 दिसंबर, 2022 को बेंगलुरु में आयोजित की गयी।
- यह बैठक भारतीय G-20 प्रेसीडेंसी के तहत वित्त ट्रैक एजेंडे पर चर्चा की शुरुआत को चिन्हित करेगी। यह वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जाएगी।
- इस 3 दिवसीय बैठक के दौरान चर्चा भारतीय G-20 अध्यक्षता के तहत वित्त ट्रैक के एजेंडे पर केंद्रित होगी।
- इसमें 21वीं सदी की साझा वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को नया रूप देना, नये शहरों का वित्तपोषण करना, वैश्विक ऋण कमजोरियों का प्रबंधन करना, वित्तीय समावेशन और उत्पादकता लाभ को आगे बढ़ाना, जलवायु कार्रवाई और SDG के लिए वित्तपोषण शामिल है।
स्रोत-पीआईबी
निर्भया फंड
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि सरकार ने निर्भया फंड की मदद से देश में एक हजार से अधिक फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित किए हैं।
प्रमुख बिंदु
- उद्देश्य: देश में महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से की गई पहलों के कार्यान्वयन के लिए यह फंड समर्पित है।
- स्थापना : यह फंड 2013 में केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया था। यह एक गैर-व्यपगत कॉर्पस फंड है।
- निर्भया फंड के तहत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की योजनाएं:
- वन स्टॉप सेंटर योजना (सखी केंद्र):
- यह 1 अप्रैल, 2015 से पूरे देश में लागू की जा रही है। इसका उद्देश्य हिंसा से प्रभावित महिलाओं की सुविधा के लिए केंद्र स्थापित करना है। यह केंद्र प्राथमिक चिकित्सा, चिकित्सा सहायता, पुलिस सहायता, कानूनी सहायता और परामर्श सहायता प्रदान करता है।
- महिला हेल्पलाइन (181):
- दूरसंचार विभाग ने महिला हेल्पलाइन के लिए सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 181 नंबर आवंटित किया है। यह हेल्पलाइन नंबर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा स्थापित किए जा रहे वन स्टॉप सेंटरों को जोड़ेगा।
- महिला पुलिस स्वयंसेवक (MPV):
- ये पुलिस और समुदाय के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करेंगे और संकट में महिलाओं की मदद करेंगे।
- हरियाणा ने 2016 में इस योजना की शुरुआत की, जो इसे शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया।
निर्भया फंड के तहत अन्य मंत्रालयों/विभागों की योजनाएं:
एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रबंधन प्रणाली:
- यह रेलवे मंत्रालय द्वारा कियान्वित की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य सुरक्षा हेल्पलाइन, चिकित्सा सुविधाओं, आरपीएफ और पुलिस, सीसीटीवी कैमरों की स्थापना आदि के साथ रेलवे के सुरक्षा नियंत्रण कक्षों को मजबूत करके सभी रेलवे स्टेशनों में महिला यात्रियों को चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करना है।
केंद्रीय पीड़ित मुआवजा योजना (CVCF):
- इसे CrPC की धारा 357(A) के तहत 200 करोड़ रुपये के कोष के साथ बनाया गया है।
- यह पीड़िता या उसके आश्रितों, जिन्हें अपराधों (बलात्कार और एसिड हमले के पीड़ितों सहित) के परिणामस्वरूप नुकसान या चोट का सामना करना पड़ा है, को मुआवजे के लिए धन उपलब्ध कराने में राज्यों/संघ शासित प्रदेशों का समर्थन करेगी।
- प्रभारी मंत्रालय: इस संचालन गृह मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
आपातकालीन प्रतिक्रिया समर्थन प्रणाली (ERSS):
- ERSS, संकटकालीन कॉल का जवाब देने और संकटग्रस्त व्यक्तियों को त्वरित सहायता सुनिश्चित करने के लिए एक एकीकृत कंप्यूटर एडेड आपातकालीन प्रतिक्रिया मंच की परिकल्पना करता है।
- इसका उद्देश्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ सभी आपातकालीन नंबरों को 112 में एकीकृत करना है।
- प्रभारी मंत्रालय: इसका क्रियान्वयन गृह मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
स्रोत- पीआईबी
कोच्चि-मुज़िरिस बिएनेल
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में कोच्चि-मुज़िरिस बिएनेल का 5वाँ संस्करण शुरू किया गया, जिसमें विभिन्न मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर विश्व के 90 से अधिक कलाकारों के कार्यों को प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- कोच्चि-मुज़िरिस बिएनेल की स्थापना 2011 में केरल में जन्मे, मुंबई के कलाकार बोस कृष्णमाचारी और रियास कोमू ने की थी।
- इसका उद्देश्य "एक मंच बनाना है जो समकालीन वैश्विक दृश्य कला सिद्धांत और कार्यों को भारत में प्रस्तुत करेगा"।
बिएनेल
- एक द्विवार्षिक रूप से आयोजित एक बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय कला का प्रदर्शन है। प्रत्येक दो साल में एक विशेष स्थल पर आयोजित होता है जो एक क्यूरेटोरियल थीम के आस-पास केंद्रित होता है।
- 2022 की थीम: “इन अवर व्यूज फ्लो इंक एंड फायर”।
- दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित और सबसे पुराने द्विवार्षिक कार्यक्रमों में से एक वेनिस बिएनले है, जिसे राष्ट्रीय कलात्मक प्रतिभा का जश्न मनाने के लिए 1893 में नगर परिषद द्वारा एक प्रस्ताव के माध्यम से स्थापित किया गया था।
- 2009 में, एक वैश्विक बिएनेल फाउंडेशन की स्थापना "दुनिया भर में समकालीन कला बीच संवाद, नेटवर्किंग और ज्ञान साझा करने के लिए एक मंच बनाने के उद्देश्य" के साथ की गई थी।
कला बिएनेल का महत्व:
- बिएनेल कार्यक्रम का नाम अक्सर मेजबान शहर के नाम पर रखा जाता है जो स्थानीय गौरव का कारण बन जाता है, सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देता है और आगंतुकों के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करता है।
- इस द्विवार्षिक कार्यक्रम को अक्सर एक कलाकार के काम की मान्यता के रूप में देखा जाता है जो अपनी कला में उत्कृष्ट होता है।
- बिएनेल में भागीदारी भविष्य के संग्रहालय, प्रदर्शनियों, गैलरी प्रतिनिधित्व आदि के अवसर खोल सकती है।
स्रोत- द इंडियन एक्सप्रेस
इंड-इंडो कार्पेट अभ्यास
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में भारतीय नौसेना और इंडोनेशियाई नौसेना के बीच भारत-इंडोनेशिया संयुक्त गश्ती अभ्यास (IND-INDO CORPAT) का 39वां संस्करण आयोजित किया जा रहा है।
प्रमुख बिंदु
- भारत और इंडोनेशिया 2002 से साल में दो बार CORPATs का आयोजन करते आ रहे हैं।
- उद्देश्य: वाणिज्यिक शिपिंग, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वैध समुद्री गतिविधियों के संचालन के लिए हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) के महत्वपूर्ण हिस्से को सुरक्षित रखना।
- CORPATs नौसेनाओं के बीच समझ और अंतरसंचालनीयता बनाने में मदद करते हैं। अवैध अप्रतिबंधित अनियमित (IUU) मछली पकड़ने, मादक पदार्थों की तस्करी, समुद्री आतंकवाद, सशस्त्र समुद्री डकैती को रोकने के उपायों को संस्थागत रूप से सुविधाजनक बनाते हैं।
- यह तस्करी, अवैध आप्रवासन की रोकथाम और समुद्र में खोज और बचाव (SAR) कार्यों के संचालन के लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान द्वारा परिचालन तालमेल को बढ़ाने में मदद करता है।
- भारत सरकार की पहल SAGAR (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के हिस्से के रूप में, भारतीय नौसेना इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) के देशों के साथ सक्रिय रूप से संलग्न रही है।
स्रोत - पीआईबी