मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -29
प्रश्नः गांधी के द्वारा 1919-20 के मध्य शक्ति प्राप्त करने अथवा सत्ता हथियाने की व्याख्या आप कैसे करेंगे क्या यह एक उच्च स्तरीय राजनीतिक चाल थी?
उत्तरः ज्युडिथ ब्राउन जैसे साम्राज्यवादी लेखकों ने भारतीय राजनीति की व्याख्या गुटबंदी एवं कूटनीतिक चाल के संदर्भ में करने का प्रयास किया। ब्राउन के अनुसार भारतीय राजनीति में आगमन के पश्चात् विभिन्न विरोधी गुटों के बीच गांधी ने अपनी स्थिति मजबूत की थी। उसके विचार में गांधी ने सर्वप्रथम अपने समर्थकों का जत्था तैयार कर लिया तथा फिर पुराने नेताओं को अपनी शर्तों पर आंदोलन में शामिल होने के लिए विवश किया। किंतु ब्राउन की व्याख्या यहाँ एकागी एवं पूर्वाग्रह पूर्ण है, वस्तुतः भारतीय राजनीति में गांधी के उद्भव की व्याख्या में दो पहलुओं पर ध्यान रखना आवश्यक है प्रथम, गांधी से पूर्व कांग्रेस की सीमा तथा दूसरा भारतीय राजनीति में गांधी के द्वारा लाया गया नवाचार।
कांग्रेस के उदारवादी चरण में कांग्रेस का प्लेटफार्म मुट्ठी भर शिक्षित भारतीयों के लिए था, जो संविधान की बारीरिकयों को समझते थे तथा वर्ष में कुछ दिनों के लिए इकट्ठा होकर भारतीय जनता की ओर से कुछ मांग सरकार के समझ रखते थे।
आगे उदारवादी राजनीति के समानांतर उग्रवाद का उद्भव हुआ तथा उग्रवाद ने एक वैकल्पिक राजनीति आंरभ करने का दावा किया। यद्यपि उसने जनता की शक्ति में विश्वास जताया किंतु वह भी वास्तविक जनआंदोलन लाने में विफल रहा तथा उग्रवादी राजनीति से जुड़े हुए कुछ नेता क्रांतिकारी पद्धति की ओर मुड़ गए।फिर सरकार के द्वारा उग्रदमन की पद्धति अपनाकर इसे दबा दिया गया।
इस तरह कांग्रेस की राजनीति में एक शून्य की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। गांधी ने इस शून्य की स्थिति को भरा। उन्होंने कांग्रेस की राजनीति को ‘वर्ग की राजनीति’ से ‘जनता की राजनीति’ की ओर मोड़ दिया। फिर चूंकि वे भारतीय राजनीति में नव आगन्तुक थे इसलिए वे पूर्वकाल के नेताओं के राजनीतिक पूर्वाग्रह के शिकार नहीं थे तथा उन्होंने तेजी से राजनीतिक पद्धति में परिवर्तन लाया। एवं भारतीय राजनीति जो बंगाल के भद्रलोक, महाराष्ट्र के चितपावन ब्राह्मण तथा मद्रास के ब्राह्मणों तक ही सीमित रही थी अब गांधी ने इसका विस्तार महाराष्ट्र, बिहार, संयुक्त प्रांत, गुजरात एव मध्य प्रांत के अपरम्परागत क्षेत्रो तक कर दिया।
इस तरह गांधी के उद्भव की व्याख्या उपर्युक्त संदर्भ में की जानी चाहिए।